Description
हाथी घास किसानों के लिए चारे का अच्छा विकल्प हो सकता है। एक बार बुआई करके 10 साल तक उत्पादन ले सकते हैं। सामान्य चारे के मुकाबले आधी लागत आती है और उत्पादन दोगुना मिलता है। यह पशुओं के लिए ज्यादा पौष्टिक होती है।
इसकी खेती शरद, ग्रीष्म वर्षा ऋतु में कभी भी की जा सकती है। हाथी घास कम उपजाऊ जमीन में भी हो सकती है। इसे जमीन से एक फीट की ऊंचाई से काटकर काम में लेते हैं। इस तरह से हर तीस-चालीस दिन के अंतराल में इसे काटा जा सकता है।
एकहैक्टैयर में सालाना दो हजार क्विंटल उत्पादन : चारे के लिए मक्का, ज्वार, बाजरा आदि से एक हैक्टेयर में वर्ष में 700 क्विंटल तक चारा उत्पादन होता है जबकि हाथी घास एक वर्ष में दो हजार क्विंटल तक उत्पादन होता है। अन्य फसलों में एक हैक्टेयर में नाइट्रोजन के लिए 120 किलो यूरिया, 150 किलो फॉस्फोरस, 70 किलो तक पोटाश की जरूरत होती है। जबकि हाथी घास में ये सारे उर्वरक आधी से कम मात्रा में चाहिए।
बुआई से पहले खेत को अच्छे से तैयार करें। एक गहरी जुताई मिट्टी पलटने वाले हल से या डिस्क प्लाऊ से तथा 2-3 जुताई हैरो या देशी हल से करके पाटे द्वारा भूमि तैयार कर ले। इसकी स्टिक लगा कर पानी दे दे। दो महीने मे इसकी पहली कटाई हो जाती हैं ।उसके हर 25 दिन बाद कटाई होती रहती है l
अगर किसी किसान भाई को स्टिक चाहिए तो संपर्क कर सकता है l
PREM YADAV –
Please share detail
Agri Junction –
Call us for details.
and want to purchase so order it.
Naveen Dagur (verified owner) –
ये सुपर नेपियर घास ही ह या अलग है??
Agri Junction –
Yes, That is super napier grass